NEW STEP BY STEP MAP FOR KISMAT KA UPAY

New Step by Step Map For kismat ka upay

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२. प्रत्येक सोमवार को कन्या सुबह नहा-धोकर शिवलिंग पर “ऊं सोमेश्वराय नमः” का जाप करते हुए दूध मिले जल को चढाये और वहीं मंदिर में बैठ कर रूद्राक्ष की माला से इसी मंत्र का एक माला जप करे !

बेडरूम में अपनाएं ये वास्तु टिप्स, दांपत्य जीवन में बना रहेगा प्यार

बर्फबारी देखने के लिए लखीमपुर वालों को नहीं जाना होगा पहाड़ों पर, महज तीन घंटे की दूरी पर मिलेगा स्नोफॉल

नकरात्मक ऊर्जा से बचें

दक्षिण-पश्चिम में ऊंचे पेड़ : घर में समृद्धि के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा में ऊंचे पेड़ लगाए जाना चाहिए। ये वृक्ष अर्थ की स्थिरता पैदा करते हैं। किसी भी तरह के दुर्भाग्य को टालते हैं और परिवार पर आने वाले संकट को भी दूर करते हैं। ये पारिवारिक संपन्नता और व्यापार में लाभ के लिए उपयोगी वास्तु उपाय है।

आज कल हर आदमी किसी न किसी कारण से परेशान है ! कारण कोई भी हो आप एक तांबे के पात्र में जल भर कर उसमें थोडा सा लाल चंदन मिला दें !

भगवान शिव जी होंगे अत्‍यंत प्रसन्‍न राशि अनुसार करें पूजन

बिना कम के फल कहां मिलता है अर्थात कर्म करना हर प्राणी का कर्तव्य है और यदि कोई व्यक्ति अपनी किस्मत चमकाने का आसान उपाय करना चाहता है तो कर्म के साथ-साथ किस्मत चमकाने के उपाय उनको भी किया जा सकता है हमारे दैनिक जीवन में बहुत से ऐसे उपाय हैं जिनसे किस्मत चमक जाती है और व्यक्ति के जीवन में खुशी के क्षण प्राप्त होते हैं आइए हम किस्मत चमकाने के उपाय संक्षिप्त में बताते हैं.

हाथों में भाग्य रेखा- हाथों में भाग्य रेखा होती है। राहु या केतु पर्वत से निकलकर शनि या गुरु पर्वत की ओर जाने वाली रेखा को भाग्य रेखा कहते हैं। भाग्य रेखा यदि सरल और स्पष्ट है तो व्यक्ति का भाग्य साथ देगा लेकिन यह रेखा यदि टूटी-फूटी और अस्पष्ट है तो कर्म पर ही निर्भर रहना होगा। यह भी मान्यता है कि यदि यह रेखा कलाई से निकलकर गुरु पर्वत में मिल जाए तो व्यक्ति बहुत ही ज्यादा भाग्यशाली होता है लेकिन शनि पर्वत में मिल जाए तो भाग्य की कोई ग्यारंटी नहीं। लेकिन यदि आपके click here हाथ में यह रेखा है ही नहीं तो फिर क्या करें?

। मंत्र जाप करते समय मुमकिन हो तो हरे कपड़ों का प्रयोग करें और हर बुधवार को हरे पहनें।

सौरमंडल के सभी ग्रह कहीं न कहीं हमारे जीवन से भी जुड़े होते हैं। तभी तो इनका प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष असर आयेदिन हमारे जीवन पर पड़ता है। ज्योतिषियों से बात कीजिये तो वो भी यही कहते हैं कि यह ग्रह आपकी कुंडली में अच्छी स्थिति में जिससे आपको शुभ फल मिल रहे हैं और यह ग्रह पीड़ित अवस्था में है जिससे आपको जीवन में तमाम तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है।

विवाह की बाधायें अपने आप दूर होती जांयगी !

सातवें भाव में गुरु है तो घर में मंदिर रखना या बनाना मतलब परिवार की बर्बादी समझे। कपड़ों का दान करना वर्जित। पराई स्त्री से संबंध न रखें। साधु और फकीरों से दूर रहें, उन्हें किसी भी प्रकार का दान न दें। सोए हुए सातवें घर के लिए शुक्र को जगाना होता है। शुक्र को जगाने के लिए आचरण की शुद्धि सबसे आवश्यक है।

बुध ग्रह को प्रसन्न करने के लिए आप विशेष रूप से विष्णु सहस्त्रनाम, दुर्गा सप्तशती का पाठ, और गणेश जी की पूजा करना विशेष फलदायी बताया गया है। पूजा में गणेश जी को दूर्वा चढ़ाना अति लाभप्रद होगा।

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